Jac Board Class 10th 2024 Science Live Class Notes And Quiz
1. रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थ को क्या कहते है |
- अभिकारक
- उत्पाद
- उत्प्रेरक
- उतोत्पाद
उत्तर A : अभिकारक
- अभिकारक : वे पदार्थ जो अभिक्रिया में भाग लेते है, वह अभिकारक कहलाते है |
- जैसे – H + O → H2O
2. रासायनिक अभिक्रिया के फलस्वरूप बने नए पदार्थ को क्या कहते है ।
- अभिकारक
- उत्पाद
- उत्प्रेरक
- उतोत्पाद
उत्तर B : उत्पाद
- उत्पाद : अभिक्रिया पूरा होने के बाद निर्मित पदार्थ, उत्पाद कहलाते है |
- जैसे – H + O → H2O
3. श्वसन कैसी रासायनिक अभिक्रिया है |
- संयोजन
- वियोजन
- ऊष्माक्षेपी
- ऊष्माशोषी
उत्तर C : ऊष्माक्षेपी
ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया : वह अभिक्रिया जिसमे उत्पाद के निर्माण के साथ-साथ ऊष्मा भी उत्पन्न होती है ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहलाती है |
उदाहरण : CH4 + 2O2 → CH2 + 2H2O + ऊर्जा
श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहते है? वर्णन करे | [V.V.I]
उत्तर: श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया दो कारणों से कहा जाता है |- श्वसन क्रिया के दौरान होने वाली अभिक्रिया में ग्लूकोज, ऑक्सीजन से संयोग कर CO2 और जल बनाता है |
- इस अभिक्रिया में ऊष्मा ऊर्जा मुक्त होती है |
4. किसी संतुलित रासायनिक समीकरण में उत्पाद का कुल द्रव्यमान अभिकारक के कुल द्रव्यमान के होता है ?
- बराबर
- कम
- अधिक
- इनमें से कोई नहीं
उत्तर A : बराबर
संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है ? रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है ? [IMPORTANT]
उत्तर: संतुलित रासायनिक समीकरण : वह रासायनिक समीकरण जिसमे अभिकारक एवं उत्पाद दोनों के अभिक्रिया में भाग लेने वाले परमाणुओं की संख्या दोनों तरफ (अर्थात अभिकारक तथा उत्पाद) समान होती है, उसे संतुलित रासायनिक समीकरण कहते है |
रासायनिक समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है क्योंकि द्रव्यमान संरक्षण के नियम के अनुसार द्रव्यमान न बनाया जा सकता है और ना ही नष्ट किया जा सकता है। इसलिए, रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले, प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की कुल संख्या अभिकारक तथा उत्पाद दोनों तरफ बराबर होनी चाहिए। इसलिए रासायनिक समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है।
5. दिए गए प्रक्रम में कौन ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है -
- श्वसन
- पाचन
- उत्सर्जन
- संवहन
उत्तर A : श्वसन
ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया : वह अभिक्रिया जिसमे उत्पाद के निर्माण के साथ-साथ ऊष्मा भी उत्पन्न होती है ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहलाती है |
उदाहरण : CH4 + 2O2 → CH2 + 2H2O + ऊर्जा
श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहते है? वर्णन करे | [V.V.I]
उत्तर: श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया दो कारणों से कहा जाता है |- श्वसन क्रिया के दौरान होने वाली अभिक्रिया में ग्लूकोज, ऑक्सीजन से संयोग कर CO2 और जल बनाता है |
- इस अभिक्रिया में ऊष्मा ऊर्जा मुक्त होती है |
6. निम्नांकित में से किस अभिक्रिया में दो अलग-अलग परमाणु या परमाणुओं के समूह का आपस में आदान-प्रदान होता है ?
- संयोजन
- वियोजन
- विस्थापन
- द्विविस्थापन
उत्तर D : द्विविस्थापन
- द्विविस्थापन अभिक्रिया : ऐसी अभिक्रियाए जिनमे यौगिको के बीच आयनों का आदान-प्रदान होता है, द्विविस्थापन अभिक्रिया कहलाती है |समीकरण : Na2SO4 + BaCl2 → BaSO4 + 2NaCl
7. उपचयन में क्या होता है ?
- ऑक्सीजन की वृद्धि होती है |
- हाइड्रोजन की वृद्धि होती है |
- ऑक्सीजन की कमी होती है |
- ऑक्सीजन और हाइड्रोजन दोनों की वृद्धि होती है |
उत्तर A : ऑक्सीजन की वृद्धि होती है |
- उपचयन : अभिक्रिया के समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन की वृद्धि होती है तो उसे उपचयन अभिक्रिया कहते है |
8. निम्नांकित में से किस अभिक्रिया में दो या दो से अधिक अभिकारक मिलकर एकल उत्पाद का निर्माण करते है ?
- संयोजन
- वियोजन
- विस्थापन
- द्विविस्थापन
उत्तर A : संयोजन
वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है ? इन अभिक्रियाओ के लिए समीकरण लिखे | [IMPORTANT]
उत्तर: संयोजन अभिक्रिया : ऐसी अभिक्रिया जिसमे दो या दो से अधिक अभिकारक मिलकर एकल उत्पाद उत्पन्न करते है, उसे संयुक्त या संयोजन अभिक्रिया कहते है |उदाहरण : CaO + H2O → Ca(OH)2वियोजन अभिक्रिया : वह अभिक्रिया जिसमे एकल अभिकारक टूट कर छोटे-छोटे उत्पादों का निर्माण करते है, उसे वियोजन अभिक्रिया कहते है |उदाहरण : 2AgBr → 2Ag + Brइन परिभाषा व उदाहरणों के आधार पर हम कह सकते है की संयोजन (अर्थात् जोड़ने वाली) तथा वियोजन (अर्थात् तोड़ने वाली) दो विपरीत अभिक्रियाएँ है | तथा वियोजन अभिक्रिया संयोजन अभिक्रिया के विपरीत अभिक्रिया है |
9. अपचयन में क्या होता है ?
- ऑक्सीजन की वृद्धि होती है |
- हाइड्रोजन की वृद्धि होती है |
- ऑक्सीजन की कमी होती है |
- ऑक्सीजन और हाइड्रोजन दोनों की वृद्धि होती है |
उत्तर C : ऑक्सीजन की कमी होती है |
- अपचयन : अभिक्रिया के समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन की ह्रास या कमी होती है तो उसे अपचयन अभिक्रिया कहते है |
10. निम्नांकित में से किस अभिक्रिया में एकल अभिकारक टूट कर छोटे-छोटे उत्पाद का निर्माण करते है ?
- संयोजन
- वियोजन
- विस्थापन
- द्विविस्थापन
उत्तर B : वियोजन
वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है ? इन अभिक्रियाओ के लिए समीकरण लिखे | [IMPORTANT]
उत्तर: संयोजन अभिक्रिया : ऐसी अभिक्रिया जिसमे दो या दो से अधिक अभिकारक मिलकर एकल उत्पाद उत्पन्न करते है, उसे संयुक्त या संयोजन अभिक्रिया कहते है |उदाहरण : CaO + H2O → Ca(OH)2वियोजन अभिक्रिया : वह अभिक्रिया जिसमे एकल अभिकारक टूट कर छोटे-छोटे उत्पादों का निर्माण करते है, उसे वियोजन अभिक्रिया कहते है |उदाहरण : 2AgBr → 2Ag + Brइन परिभाषा व उदाहरणों के आधार पर हम कह सकते है की संयोजन (अर्थात् जोड़ने वाली) तथा वियोजन (अर्थात् तोड़ने वाली) दो विपरीत अभिक्रियाएँ है | तथा वियोजन अभिक्रिया संयोजन अभिक्रिया के विपरीत अभिक्रिया है |
11. उपचयन को रोकने वाले पदार्थ को क्या कहते है ?
- ऑक्सीकारक
- अवकारक
- प्रति-ऑक्सीकारक
- प्रति-अवकारक
उत्तर C : प्रति-ऑक्सीकारक
- उपचयन (Oxidation) को रोकने वाले पदार्थ को प्रति-ऑक्सीकारक (Antioxidant) या प्रति उपचायक कहते हैं।
12. निम्नांकित में से किस अभिक्रिया अधिक अभिक्रियाशील धातु कम अभिक्रियाशील धातु को उसके यौगिक में से विस्थापित कर देते है?
- संयोजन
- वियोजन
- विस्थापन
- द्विविस्थापन
उत्तर C : विस्थापन
- विस्थापन अभिक्रिया : वह अभिक्रिया जिसमें अधिक अभिक्रियाशील धातु कम अभिक्रियाशील धातु को उसके यौगिक में से विस्थापित कर देते है, विस्थापन अभिक्रिया कहलाते है |समीकरण : Fe + CuSO4 → FeSO4 + Cu
13. Fe2O3 + 2Al → Al2O3 + 2Fe
- संयोजन अभिक्रिया
- वियोजन अभिक्रिया
- विस्थापन अभिक्रिया
- द्विविस्थापन अभिक्रिया
उत्तर C : विस्थापन अभिक्रिया
- विस्थापन अभिक्रिया : वह अभिक्रिया जिसमें अधिक अभिक्रियाशील धातु कम अभिक्रियाशील धातु को उसके यौगिक में से विस्थापित कर देते है, विस्थापन अभिक्रिया कहलाते है |समीकरण : Fe + CuSO4 → FeSO4 + Cu
14. CH4 + 2O2 → CO2 + H2O + ऊर्जा
- संयोजन
- वियोजन
- ऊष्माक्षेपी
- ऊष्माशोषी
उत्तर C : ऊष्माक्षेपी
ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया : वह अभिक्रिया जिसमे उत्पाद के निर्माण के साथ-साथ ऊष्मा भी उत्पन्न होती है ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहलाती है |
उदाहरण : CH4 + 2O2 → CH2 + 2H2O + ऊर्जा
15. BaCl2 + Na2SO4→ BaSO4 + 2NaCl
- संयोजन
- वियोजन
- विस्थापन
- द्विविस्थापन
उत्तर D : द्विविस्थापन
- द्विविस्थापन अभिक्रिया : ऐसी अभिक्रियाए जिनमे यौगिको के बीच आयनों का आदान-प्रदान होता है, द्विविस्थापन अभिक्रिया कहलाती है |समीकरण : Na2SO4 + BaCl2 → BaSO4 + 2NaCl
16. ZnO + C → Zn + CO
- Zn
- C
- ZnO
- CO
उत्तर B : C
- उपचयन : अभिक्रिया के समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन की वृद्धि होती है तो उसे उपचयन अभिक्रिया कहते है |
17. CuO + H2 → Cu + H2O
- CuO
- H2
- Cu
- H2O
उत्तर B : H2
- उपचयन : अभिक्रिया के समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन की वृद्धि होती है तो उसे उपचयन अभिक्रिया कहते है |
18. ZnO + C → Zn + CO
- Zn
- C
- ZnO
- CO
उत्तर A : Zn
- अपचयन : अभिक्रिया के समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन की ह्रास या कमी होती है तो उसे अपचयन अभिक्रिया कहते है |
19. CuO + H2 → Cu + H2O
- CuO
- H2
- Cu
- H2O
उत्तर A : CuO
- अपचयन : अभिक्रिया के समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन की ह्रास या कमी होती है तो उसे अपचयन अभिक्रिया कहते है |
20. 2PbO + C → 2Pb + CO2
- PbO, C
- C, PbO
- Pb, C
- CO + Pb
उत्तर B : C, PbO
- उपचयन : अभिक्रिया के समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन की वृद्धि होती है तो उसे उपचयन अभिक्रिया कहते है |
- अपचयन : अभिक्रिया के समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन की ह्रास या कमी होती है तो उसे अपचयन अभिक्रिया कहते है |
21. 2H2 + O2 → 2H2O
- संयोजन
- वियोजन
- विस्थापन
- द्विविस्थापन
उत्तर A : संयोजन
- संयोजन अभिक्रिया : ऐसी अभिक्रिया जिसमे दो या दो से अधिक अभिकारक मिलकर एकल उत्पाद उत्पन्न करते है, उसे संयुक्त या संयोजन अभिक्रिया कहते है |उदाहरण : CaO + H2O → Ca(OH)2
22. 2NaHCO3 → Na2CO3 + H2O + CO2
- संयोजन
- वियोजन
- विस्थापन
- द्विविस्थापन
उत्तर B : वियोजन
- वियोजन अभिक्रिया : वह अभिक्रिया जिसमे एकल अभिकारक टूट कर छोटे-छोटे उत्पादों का निर्माण करते है, उसे वियोजन अभिक्रिया कहते है |उदाहरण : 2AgBr → 2Ag + Br
23. निम्न में कौन सा समीकरण संतुलित नहीं है ?
- H2 + Cl → 2HCl
- Pb(NO3)2 → PbO + NO2 + O2
- 2H2 + O2 → 2H2O
- 2KClO3 → 2KCl2 + 3O2
उत्तर B : Pb(NO3)2 → PbO + NO2 + O2
संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है ? रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है ? [IMPORTANT]
उत्तर: संतुलित रासायनिक समीकरण : वह रासायनिक समीकरण जिसमे अभिकारक एवं उत्पाद दोनों के अभिक्रिया में भाग लेने वाले परमाणुओं की संख्या दोनों तरफ (अर्थात अभिकारक तथा उत्पाद) समान होती है, उसे संतुलित रासायनिक समीकरण कहते है |
रासायनिक समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है क्योंकि द्रव्यमान संरक्षण के नियम के अनुसार द्रव्यमान न बनाया जा सकता है और ना ही नष्ट किया जा सकता है। इसलिए, रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले, प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की कुल संख्या अभिकारक तथा उत्पाद दोनों तरफ बराबर होनी चाहिए। इसलिए रासायनिक समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है।
24. निम्न में कौन संतुलित समीकरण है ?
- Na + 2H2O → NaOH + H2
- 3Fe + 4H2O → Fe3O4 + 4H2
- CH4 + 2O2 → CO2 + H2O
- इनमे से कोई नहीं
उत्तर B : 3Fe + 4H2O → Fe3O4 + 4H2
संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है ? रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है ? [IMPORTANT]
उत्तर: संतुलित रासायनिक समीकरण : वह रासायनिक समीकरण जिसमे अभिकारक एवं उत्पाद दोनों के अभिक्रिया में भाग लेने वाले परमाणुओं की संख्या दोनों तरफ (अर्थात अभिकारक तथा उत्पाद) समान होती है, उसे संतुलित रासायनिक समीकरण कहते है |
रासायनिक समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है क्योंकि द्रव्यमान संरक्षण के नियम के अनुसार द्रव्यमान न बनाया जा सकता है और ना ही नष्ट किया जा सकता है। इसलिए, रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले, प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की कुल संख्या अभिकारक तथा उत्पाद दोनों तरफ बराबर होनी चाहिए। इसलिए रासायनिक समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है।
25. Zn + CuSO4 → ZnSO4 + Cu
- संयोजन
- वियोजन
- विस्थापन
- द्विविस्थापन
उत्तर C : विस्थापन
- विस्थापन अभिक्रिया : वह अभिक्रिया जिसमें अधिक अभिक्रियाशील धातु कम अभिक्रियाशील धातु को उसके यौगिक में से विस्थापित कर देते है, विस्थापन अभिक्रिया कहलाते है |समीकरण : Fe + CuSO4 → FeSO4 + Cu
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