Jharkhand Class 10th Social Science Subjective Model Paper 2025 | Class 10th Board Exam Question Social Science 2025
कक्षा 10 | सामाजिक विज्ञान | बोर्ड परीक्षा 2025 |
---|---|---|
SUBJECTIVE MODEL PAPER 2025 |
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
31. राष्ट्रवाद से आप क्या समझते है ?
उत्तर : राष्ट्रवाद किसी देश की सामूहिक पहचान है, जो इतिहास, परंपरा, भाषा और संस्कृति के आधार पर लोगों को जोड़ती है और देश के प्रति गर्व व समर्पण की भावना पैदा करती है।
32. साइमन कमीशन का गठन क्यों किया गया था ?
उत्तर : साइमन कमीशन का गठन 1927 में ब्रिटिश सरकार ने 1919 के गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट के तहत हुए सुधारों की समीक्षा और भविष्य के सुधारों के सुझाव देने के लिए किया थ।
33. मानव निर्मित संसाधन के पांच उदाहरण दे ?
उत्तर : मानव निर्मित संसाधनों के पांच उदाहरण :-
- सड़कें
- भवन
- पुल
- वाहन
- मशीनें।
34. जैव विविधता क्या है ?
उत्तर : वन्य जीवन और कृषि फसलों में जो इतनी विविधता पाई जाती है उसे जैव विविधता कहते हैं।
35. सामुदायिक सरकार किसे कहते है ?
उत्तर : सामुदायिक सरकार वह होती है जिसमें अलग-अलग समुदायों को अपनी भाषा, संस्कृति और धार्मिक मामलों को खुद संभालने का अधिकार होता है। जैसे, बेल्जियम में अलग-अलग भाषी समुदायों के लिए अलग-अलग सरकारें हैं।
36. शहरीकरण किसे कहते है ?
उत्तर : किसी गाँव का शहर या कस्बे के रूप में विकसित होने की प्रक्रिया को शहरीकरण कहते हैं।
37. राष्ट्रीय आय की परिभाषा दीजिए ?
उत्तर : जब कुल राष्ट्रीय आय को कुल जनसंख्या से भाग देने पर जो राशि प्राप्त होती है उसे प्रति व्यक्ति आय कहते हैं।
38. बाजार का क्या अर्थ है ?
उत्तर : किसी भी स्थान पर जहाँ विक्रेता और खरीदार सामान का खरीदने और बेचने का काम करते हैं, उसे बाजार कहा जाता है।
लघु उत्तरीय प्रश्न
39. कृषि अर्थव्यवस्था पर प्रथम विश्वयुद्ध के प्रभाव का वर्णन करें ?
उत्तर : प्रथम विश्व युद्ध का कृषि अर्थव्यवस्था पर प्रभाव:-
- युद्ध से पहले, पूर्वी यूरोप विश्व बाजार में गेहूँ की मुख्य आपूर्ति करने वाला क्षेत्र था।
- युद्ध काल में गेहूँ की आपूर्ति प्रभावित हुई, जिससे कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने गेहूँ का उत्पादन बढ़ा दिया।
- युद्ध के बाद, पूर्वी यूरोप में गेहूँ की उपज में सुधार हुआ।
- गेहूँ का अधिक उत्पादन होने के कारण, विश्व बाजार में इसकी अधिकता हो गई।
- गेहूँ के दाम गिर गए, जिससे किसानों की आय में कमी आई और वे भारी कर्ज में डूब गए।
40. मुद्रण इतिहास में गुटेनबर्ग प्रेस की भूमिका की चर्चा कीजिए ?
उत्तर : गुटेनबर्ग एक व्यापारी का बेटा था और वह खेती की एक बड़ी रियासत में पल-बढ़कर बड़ा हुआ था । वह बचपन से ही तेल और जैतून पेरने की मशीनें देखता आया था। बाद में उसने पत्थर पर पॉलिश करने की कला सीखी. फिर एक कुशल सुनार बन गया और शीशे को इच्छित आकृतियों में गढ़ने में विशेषज्ञता प्राप्त की जिससे टूम-छल्ले बनते थे (टूम-छल्ले एक प्रकार के सस्ते व निम्न के आभूषण होते थे) उसने अपने ज्ञान और अनुभव का प्रयोग अपने नए आविष्कार में किया । जैतून प्रेस ही प्रिंटिंग प्रेस का प्रतिदर्श बना और साँचे का उपयोग अक्षरों की धातुई आकृतियों को गढ़ने के लिए किया गया। उसने पहली पुस्तक .बाइबिल. छापी जो 42 पंक्तियों में थी। इस बाइबल को प्रायः गुटेनबर्ग बाइबिल के नाम से जाना जाता है। उसे लगभग 180 प्रतियाँ बनाने में तीन वर्ष लगे जो उस काल में काफी तेज काम था।।
41. वन संरक्षण के उपायों का वर्णन करे ?
उत्तर : वन एक महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक संपदा हैं। ये देश के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अतः वन-संरक्षण के लिए निम्नांकित उपाय अपनाकर, वन समस्या का हल किया जा सकता है।
- इन्हें बचाने के लिए वनों की अंधाधुंध कटाई पर रोक लगानी चाहिए।
- पशुओं की जरूरत से ज्यादा चराई को नियंत्रित करना जरूरी है।
- जहां पेड़ काटे जाते हैं, वहां नए पेड़ लगाना आवश्यक है।
- अधिक वन क्षेत्र बनाने के लिए नए क्षेत्रों का चयन करना चाहिए।
- वनों को सुरक्षित रखने और उनका संरक्षण करने के लिए विशेष ध्यान देना चाहिए।
42. मोटे अनाज से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर : मोटे अनाज का अर्थ उन फसलों से है, जो पहाड़ी, पथरीली या कम उपजाऊ भूमि पर उगाई जाती हैं। इनमें खाद्यान्न की फसलें और कुछ चारे की फसलें शामिल होती हैं। उदाहरण के लिए, ज्वार, बाजरा, रागी और मक्का मुख्य मोटे अनाज हैं। ये फसलें पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं और कम पानी व कठिन परिस्थितियों में भी उगाई जा सकती हैं। इनका उपयोग मानव आहार के साथ-साथ पशुओं के चारे के रूप में भी किया जाता है।
43. लोकतांत्रिक सरकार में सत्ता की साझेदारी क्यों जरूरी है ?
उत्तर :
- सत्ता की साझेदारी से विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच टकराव और संघर्ष कम होते हैं, जिससे समाज में शांति बनी रहती है।
- जब सभी समूहों को सत्ता में भागीदारी मिलती है, तो यह राजनीतिक व्यवस्था को स्थिर और मजबूत बनाता है।
- लोकतंत्र का मतलब है कि हर व्यक्ति और हर समूह को सत्ता में भागीदारी का अधिकार हो, जिससे सभी को शासन में हिस्सा मिलता है।
- सत्ता की साझेदारी से फैसले अधिक लाभकारी और समाज के हित में होते हैं।
- सत्ता का बंटवारा समाज में समानता और न्याय को बढ़ावा देता है, जिससे सभी को समान अधिकार मिलते हैं।
44. जातिवाद के दुष्प्रभाव क्या है ?
उत्तर : जातिवाद के दुष्प्रभाव निम्नलिखित हैं:-
- जातिवाद लोकतंत्र की सफलता में रुकावट डालता है और समाज में असमानता बढ़ाता है।
- जातिवाद के कारण समाज में ऊंच-नीच का भेदभाव पैदा होता है।
- उच्च जातियाँ नीच जातियों का शोषण और उत्पीड़न करती हैं।
- जातिवाद से समाज अलग-अलग वर्गों में बंट जाता है।
- भेदभाव बढ़ने से राष्ट्रीय एकता को खतरा होता है।
45. चुनाव आयोग के प्रमुख कार्यों को स्पष्ट कीजिए ?
उत्तर : चुनाव आयोग के प्रमुख कार्य:-
- देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना।
- उम्मीदवारों का नामांकन लेना और उचित कारणों पर नामांकन रद्द करना।
- राजनीतिक दलों को मान्यता और चुनाव चिन्ह प्रदान करना।
- चुनाव के बाद विजयी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करना।
- चुनाव में हुए खर्च का ब्यौरा लेना और उसकी निगरानी करना।
46. इंटरनेट से क्या लाभ हो रहा है?
उत्तर : इंटरनेट द्वारा आप सभी प्रकार की जानकारियां, जिन्हें आप जानना चाहते हैं, एकदम आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। यह शिक्षा, विज्ञान, तकनीक, स्वास्थ्य, मनोरंजन और समाचार से लेकर दैनिक जीवन की आवश्यकताओं तक हर क्षेत्र में उपयोगी है। इंटरनेट ने जानकारी को सुलभ और तेज बना दिया है, जिससे हम किसी भी विषय पर तुरंत ज्ञान अर्जित कर सकते हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
47. जर्मनी एकीकरण की प्रक्रिया का वर्णन करें ?
उत्तर :
- 1848 में फ्रैंकफर्ट संसद में जर्मन संघ के उदारवादी मध्य वर्ग ने जर्मनी को एक राष्ट्र बनाने का प्रयास किया, लेकिन यह योजना असफल रही और उन्हें पीछे हटना पड़ा।
- इस योजना को राजशाही और सेना की ताकत ने मिलकर दबा दिया, जिससे राष्ट्रीय एकता की उम्मीदें टूट गईं।
- ऑटो वॉन बिस्मार्क ने जर्मन संघ के एकीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण नेतृत्व किया और उन्होंने "लोहे और रक्त" की नीति अपनाई।
- प्रशा ने सात वर्षों के भीतर ऑस्ट्रिया, डेनमार्क और फ्रांस के खिलाफ युद्धों में निर्णायक जीत हासिल की, जिसने जर्मन राज्यों के एकीकरण की प्रक्रिया को गति दी।
- जनवरी 1871 में वर्साय में एक समारोह के दौरान प्रशा के राजा विलियम प्रथम को औपचारिक रूप से जर्मनी का सम्राट घोषित किया गया, जिससे जर्मन साम्राज्य का गठन हुआ।
48. 1920 में महात्मा गांधी द्वारा शुरू किए गए असहयोग आंदोलन के महत्व और प्रभाव का विश्लेषण करें। ?
उत्तर : महात्मा गांधी ने साल 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू किया था। यह आंदोलन ब्रिटिश सरकार के ख़िलाफ़ था। इसका मकसद था कि लोग शांतिपूर्ण तरीके से आज़ादी हासिल करें। इस आंदोलन ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई।
असहयोग आंदोलन के महत्व और प्रभाव:
- यह आंदोलन ब्रिटिश सरकार को हिलाकर रख दिया था।
- इस आंदोलन ने लोगों को उनके राजनीतिक अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
- इस आंदोलन ने भारतीय लोगों में साम्राज्यवाद के ख़िलाफ़ चेतना पैदा की।
- इस आंदोलन ने कांग्रेस को एक जन आधारित संगठन बनाया।
- इस आंदोलन ने हिंदू-मुस्लिम समुदाय को एक साथ लाया।
- इस आंदोलन ने देश में एकता को मज़बूत किया।
- इस आंदोलन ने भारतीय स्कूल और कॉलेज खोलने में मदद की।
- इस आंदोलन ने भारतीय सामानों की बिक्री को बढ़ावा दिया।
49. बहुउद्देशीय परियोजनाओं की भूमिका को देश के विकास के संदर्भ में समझाएँ। दामोदर वेली कार्पोरेशन का उदाहरण लेकर इसके विभिन्न घटकों और लाभों का वर्णन करे |
उत्तर : बहुउद्देशीय परियोजनाएँ देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, क्योंकि ये बाढ़ नियंत्रण, सिंचाई, बिजली उत्पादन, जल आपूर्ति, और पर्यावरण संरक्षण जैसे विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करती हैं। दामोदर वेली कॉर्पोरेशन ऐसी ही एक परियोजना है, जो दामोदर नदी पर आधारित है। इसे 1948 में बाढ़ की समस्या हल करने और क्षेत्र के विकास के लिए स्थापित किया गया था।
- दामोदर वेली कॉर्पोरेशन ने दामोदर नदी की बाढ़ को नियंत्रित किया, जिससे आसपास के क्षेत्रों को सुरक्षा मिली।
- यह जलविद्युत और थर्मल ऊर्जा का उत्पादन कर पश्चिम बंगाल और झारखंड के उद्योगों और घरों को बिजली उपलब्ध कराता है।
- सिंचाई सुविधाओं से कृषि उत्पादकता में वृद्धि हुई, जिससे किसानों को सीधा लाभ मिला।
- इस परियोजना ने क्षेत्र में उद्योगों को बढ़ावा दिया और रोजगार के नए अवसर पैदा किए।
- दामोदर वेली कॉर्पोरेशन ने पर्यावरण संरक्षण और जीवन स्तर सुधारने में भी बड़ी भूमिका निभाई है।
50. संघीय सरकार की मुख्य विशेषताएँ क्या है ?
उत्तर : संघीय सरकार की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
- संघीय सरकार में दो या दो से अधिक स्तर होते हैं, जैसे केंद्र सरकार और राज्य सरकार।
- अलग-अलग स्तर की सरकारें एक ही नागरिक समूह पर शासन करती हैं, लेकिन उनके पास अपने-अपने अधिकार होते हैं, जैसे कानून बनाना, कर वसूलना और प्रशासन करना।
- संविधान में सरकारों के अधिकारों को साफ-साफ लिखा गया है, और सभी सरकारों को संविधान के हिसाब से काम करना होता है।
- संविधान के बड़े नियमों को कोई भी सरकार अकेले नहीं बदल सकती। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों की सहमति जरूरी होती है।
- संघीय सरकार में एक स्वतंत्र न्यायपालिका होती है, जो संविधान की व्याख्या और रक्षा करती है।
- सरकारों को अपनी कमाई के लिए अलग-अलग स्रोत दिए गए हैं, जिससे वित्तीय स्वतंत्रता मिलती है।
- संघीय व्यवस्था का उद्देश्य देश की एकता बनाए रखना और राज्य की विविधताओं का सम्मान करना है।
51. लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की भूमिका एवं कार्यों की चर्चा करे ?
उत्तर : लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की भूमिका और कार्य इस प्रकार हैं:
- राजनीतिक दल चुनाव में भाग लेकर अपने उम्मीदवारों को खड़ा करते हैं और उनकी जीत सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं।
- ये दल देश की समस्याओं को जनता के सामने रखकर जागरूकता पैदा करते हैं और समाधान के सुझाव देते हैं।
- राजनीतिक दल संसद में कानून बनाने और नीतियां तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
- चुनाव जीतने के बाद राजनीतिक दल सरकार का गठन करते हैं और प्रशासन चलाते हैं।
- हारने वाले दल विपक्ष में रहकर सरकार की गतिविधियों पर नजर रखते हैं और उसकी गलतियों को उजागर करते हैं।
- सत्ता में रहने वाले दल कल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का कार्य करते हैं।
- राजनीतिक दल अपने कार्यक्रमों और नीतियों के जरिए जनता को शिक्षित करते हैं, जिससे वे जागरूक होकर सही चुनाव कर सकें।
52. भारत में पाई जानेवाली विभिन्न प्रकार की सड़कों का विस्तृत विवरण दें।
उत्तर : भारत में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार की सड़कों का विवरण निम्नलिखित हैं-
- राष्ट्रीय राजमार्ग:- यह देश के विभिन्न भागों और राज्यों एवं राज्य के राजधानियों को आपस में जोड़ते हैं यह समूचे देश में फैली है। ऐसे राजमार्ग केंद्र सरकार के अंतर्गत आता है।
- राज्य राजमार्ग:- यह राज्य के राजधानियों को विभिन्न जिला मुख्यालयों से जोड़ती है। इसका देख रेख राज्य सरकार करती है।
- जिला सड़कें:- यह राज्यों के विभिन्न जिला मुख्यालयों से प्रखण्डों एवं शहरों को मिलाने का काम करती है। इसका रख रखाव भी राज्य सरकार करती है।
- ग्रामीण सड़कें:- ये सड़कें विभिन्न गाँवों को एक-दूसरे से जोड़ती हैं। इन सड़कों का विकास प्रधानमंत्री सड़क योजना के अन्तर्गत किया जाता है।
Join the conversation