Jac Board Class 10 Hindi Chapter 2 राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद (तुलसीदास) | हिंदी (क्षितिज) Important Question 2025
Jac Board Class 10 Hindi Chapter 2 राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद (तुलसीदास) | हिंदी (क्षितिज) Important Question 2025
कक्षा 10 | हिंदी (क्षितिज) | अध्याय-2 |
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राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद (तुलसीदास) |
1. 'राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद' कविता के कवि कौन हैं ?
- सूरदास
- सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'
- तुलसीदास
- नागार्जुन।
उत्तर C : तुलसीदास
2. लक्ष्मण के अनुसार, निम्नांकित में से क्या वीर योद्धा की विशेषता है ?
- युद्ध क्षेत्र में अपना प्रताप अथवा कौशल दिखाना।
- अपनी वीरता का बखान करना।
- अपशब्द बोलना।
- अधीर व क्रोधी स्वभाव ।
उत्तर A : युद्ध क्षेत्र में अपना प्रताप अथवा कौशल दिखाना।
3. लक्ष्मण ने शिव धनुष की तुलना किससे की है ?
- हाथ से बने धनुषों से
- बचपन में खेलते हुए तोड़े गए धनुषों से
- नकली धनुषों से
- इनमें कोई नहीं।
उत्तर B : बचपन में खेलते हुए तोड़े गए धनुषों से
4. 'बाल दोष गुन गनहिं ना साधु' यह कथन किसका है ?
- विश्वामित्र का
- परशुराम का
- राम का
- लक्ष्मण का
उत्तर A : विश्वामित्र का
5. निम्नांकित में से परशुराम की विशेषता क्या नहीं है ?
- क्षत्रीय कुल का संरक्षक
- ब्राह्मण कुलोत्पन्न
- क्रोधी एवं अहंकारी
- बाल ब्रह्मचारी।
उत्तर A : क्षत्रीय कुल का संरक्षक
6. लक्ष्मण परशुराम से संघर्ष क्यों नहीं करना चाहते थे ?
- परशुराम बड़े थे
- लक्ष्मण डरते थे
- परशुराम बीमार थे
- परशुराम ब्राह्मण थे।
उत्तर D : परशुराम ब्राह्मण थे।
7. परशुराम ने अपने फरसे से किसकी भुजाओं को काट डाला था ?
- रावण
- सहस्रबाहु
- कंस
- दुर्योधन
उत्तर B : सहस्रबाहु
8. परशुराम के क्रोध का मूल कारण क्या था ?
- लक्ष्मण के अपशब्द
- श्रीराम का धनुष तोड़ना
- राजा जनक का अपमान
- विश्वामित्र का हस्तक्षेप
उत्तर B : श्रीराम का धनुष तोड़ना
9. विश्वामित्र के अनुसार साधु किसके दोषों को मन में धारण नहीं करते ?
- वृद्धों के
- बालकों के
- मूर्खों के
- दुष्टों के
उत्तर B : बालकों के
10. परशुराम गुरु के ऋण से कैसे उऋण होना चाहते थे??
- तपस्या करके
- दान करके
- धनुष तोड़ने वाले का वध करके
- युद्ध करके
उत्तर C : धनुष तोड़ने वाले का वध करके
11. लक्ष्मण को शांत रहने के लिए किसने कहा ?
- राजा जनक ने
- श्रीराम ने
- परशुराम ने
- विश्वामित्र ने
उत्तर B : श्रीराम ने
12. परशुराम को क्या देखकर गुस्सा आता है ?
- लक्ष्मण की बातों को
- टूटा हुआ शिव धनुष
- राजा जनक का मौन
- श्रीराम की मुस्कान
उत्तर B : टूटा हुआ शिव धनुष
13. किसने स्वयंवर में पहुँचकर सबको धमकी दी थी ?
- लक्ष्मण
- परशुराम
- श्रीराम
- रावण
उत्तर B : परशुराम
14. तुलसीदास ने 'भृगुकुल के ध्वज' किसे कहा है ?
- विश्वामित्र
- परशुराम
- जनक
- श्रीराम
उत्तर B : परशुराम
15. परशुराम अपने-आपको किस कुल का द्रोही कहते हैं ?
- ब्राह्मण
- सूर्यवंश
- क्षत्रिय
- रघुकुल
उत्तर C : क्षत्रिय
16. परशुराम ने 'सूर्यवंश का कलंक' किसे कहा है ?
- राम
- लक्ष्मण
- जनक
- विश्वामित्र
उत्तर B : लक्ष्मण
17. श्रीराम ने किसके धनुष को तोड़ा था ?
- परशुराम के
- इंद्र के
- शिव के
- विष्णु के
उत्तर C : शिव के
18. परशुराम ने मंदबुद्धि बालक किसे कहा है ?
- श्रीराम को
- जनक को
- लक्ष्मण को
- विश्वामित्र को
उत्तर C : लक्ष्मण को
19. युद्ध-क्षेत्र में शत्रु को देखकर कौन अपनी प्रशंसा करता है ?
- वीर योद्धा
- कायर
- ज्ञानी पुरुष
- ब्राह्मण
उत्तर B : कायर
20. परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने धनुष के टूट जाने के लिए कौन-कौन से तर्क दिए ? [V.V.I]
उत्तर : परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने धनुष के टूट जाने के लिए निम्न तर्क दिए:-
- धनुष को तोड़ने वाला आपका ही कोई दास होगा।
- ऐसे धनुष तो बचपन में हमने कई बार तोड़े हैं पर किसी ने हमसे कुछ नहीं कहा।
- इस धनुष में ऐसा क्या खास है कि आप इस पर ममता दिखा रहे हैं। सारे धनुष तो एक ही समान होते हैं।
- यह धनुष तो बहुत पुराना धनुष था।
- इसलिए श्री राम जी के छूने पर ही टूट गया। इसमें श्री राम जी की कोई गलती नहीं है।
21. लक्ष्मण ने वीर योद्धा की क्या-क्या विशेषताएँ बताई ? [V.V.I]
उत्तर : लक्ष्मण ने वीर योद्धा की निम्नलिखित विशेषताएँ बताई :-
- शूरवीर युद्धभूमि में युद्ध करते हैं।।
- वे अपनी बड़ाई अपने ही मुख से कभी नहीं करते।
- शत्रु को युद्ध में उपस्थित देखकर अपनी प्रशंसा करने की बजाए अपनी वीरता दिखाते है ।
- वीर वीरता का व्रत धारण करने वाले, धैर्यवान और क्षमाशील होते हैं।
22. साहस और शक्ति के साथ विनम्रता हो तो बेहतर है। इस कथन पर अपने विचार लिखिए ? [V.V.I]
उत्तर : साहस और शक्ति के साथ विनम्रता हो तो बेहतर है- यह कथन बिल्कुल सही है। क्योंकि विनम्र व्यक्ति ही सोच समझकर कदम उठाता है। क्रोधी व्यक्ति साहस और शक्ति का सुझबुझपूर्ण प्रयोग न करके जल्दी में अनुचित कदम उठा बैठता है किन्तु विनम्र व्यक्ति का प्रत्येक कार्य सूझबूझपूर्ण एवम् उचित होता है। वह अपने साहस और वीरता का प्रयोग समाज हित में ही करता है। अतः साहस और शक्ति के साथ-साथ विनम्रता सोने पर सुहागा है।
23. परशुराम के क्रोध करने पर राम और लक्ष्मण की जो प्रतिक्रियाएँ हुईं उनके आधार पर दोनों के स्वभाव की विशेषताएँ अपने शब्दों में लिखिए ?
उत्तर : राम के स्वभाव की विशेषताएँ :
- राम जी अत्यन्त विनम्र, संयत एवम् मृदु स्वभाव के थे।
- राम जी क्रोध को शान्तिपूर्ण ढंग से शांत करना जानते थे।
- रामजी परशुराम को समझाने के लिए धैर्यपूर्ण एवम् तर्कपूर्ण उत्तर देते थे। उनकी वाणी में सहनता के दर्शन होते हैं।
- श्रीराम जी संत स्वभाव के थे।
लक्ष्मणके स्वभाव की विशेषताएँ :
- लक्ष्मण जी क्रोधी स्वभाव के थे ।
- लक्ष्मण जी क्रोध का उत्तर क्रोध से देना चाहते थे ।
- लक्ष्मण जी परशुराम को समझा बुझाकर शान्त करने की बजाए व्यंग्योक्तिपूर्ण कथनों से उत्तर देते थे। अतः उनकी वाणी में व्यंग्य प्रधान था ।
- लक्ष्मण जी के स्वभाव में बालपन था ।
24. पाठ के आधार पर तुलसी के भाषा सौंदर्य पर दस पंक्तियाँ लिखिए ?
उत्तर : पठित पाठ राम लक्ष्मण परशुराम संवाद के आधार पर उनके भाषागत विशेषता निम्नलिखित हैं:-
- यह रामचरितमानस के बाल कांड से लिया गया है।
- जिसकी भाषा अवधि है।
- तुलसीदास जी ने इसमें दोहा चौपाई छंद का सुंदर प्रयोग किया है।
- दो चौपाइयों के बाद एक दोहे का क्रम अत्यंत सुंदर है।
- भाषा में व्यंग्यात्मक शैली का सुंदर प्रयोग है।
- भाषा में अलंकारों का सुसज्जित प्रयोग है।
- छंद में मात्राओं के बंधन का पूरी तरह निर्वाह हुआ है।
- इन पदों को सुंदर से गाया जा सकता है क्योंकि इनमें गेयता के गुण विद्यमान हैं।
- संवाद शैली का प्रयोग।
- नाटकीयता का समावेश, ओज और वीर रस का समायोजन, भाषा विषय अनुरूप, अर्थ गंभीर युक्त भाषा के प्रयोग से काव्य में सुंदरता आई है।
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