Jac Board Class 10 Hindi Chapter 5 यह दन्तुरित मुसकान/फसल (नागार्जुन) | हिंदी (क्षितिज) Important Question 2025
Jac Board Class 10 Hindi Chapter 5 यह दन्तुरित मुसकान/फसल (नागार्जुन) | हिंदी (क्षितिज) Important Question 2025
कक्षा 10 | हिंदी (क्षितिज) | अध्याय-5 |
---|---|---|
यह दन्तुरित मुसकान/फसल (नागार्जुन) |
1. 'यह दन्तुरित मुस्कान' कविता के कवि कौन है ?
- तुलसीदास
- सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'
- नागार्जुन
- सूरदास
उत्तर C : नागार्जुन
2. शिशु का प्रथम गरु कौन होता है ?
- पिता
- दादा-दादी
- माँ
- शिक्षक
उत्तर C : माँ
3. 'यह दन्तुरित मुस्कान' कविता में किसकी मुस्कान की विशेषता का वर्णन किया गया है ?
- बाल शिशु की
- प्रसन्नचित बालकों की
- ग्रामीण बालकों की
- इनमें से सभी
उत्तर A : बाल शिशु की
4. नन्हे शिशु का शरीर किसकी तरह खिल उठता है ?
- गुलाब
- सूरजमुखी
- कमल
- चमेली
उत्तर C : कमल
5. 'यह दन्तुरित मुस्कान' कविता में व्याख्या का केंद्र बिंदु कौन है ?
- कवि
- माँ
- बच्चा
- युवक
उत्तर C : बच्चा
6. किसकी मुस्कान देखकर हताश और निराश व्यक्ति में आशा का संचार हो जाता है ?
- युवक का मुस्कान देखकर
- युवती का मुस्कान देखकर
- माँ का मुस्कान देखकर
- बच्चे का मुस्कान देखकर
उत्तर D : बच्चे का मुस्कान देखकर
7. मृतक में भी डाल देगी जान, का क्या अर्थ है ?
- मरे हुए को जिन्दा कर देना
- हारे हुए को जीता देना
- हताश और निराश व्यक्ति में ख़ुशी ला देना
- माँ-बाप का काम आसान कर देना
उत्तर C : हताश और निराश व्यक्ति में ख़ुशी ला देना
8. किसकी मुस्कान इतनी मोहक है कि मुर्दे में भी जान डाल सकती है ?
- बुजुर्ग की
- नन्हें शिशु की
- युवक की
- युवती की
उत्तर B : नन्हें शिशु की
9. 'यह दंतुरित मुस्कान' कविता में कवि को एकटक कौन निहार रहा है ?
- पत्नी
- शिशु
- मेहमान
- पिता
उत्तर B : शिशु
10. 'जलजात' का अर्थ क्या होगा ?
- गुलाब का फूल
- कमल का फूल
- जूही के फूल
- बेली के फूल
उत्तर B : कमल का फूल
11. 'फसल' कविता के कवि कौन हैं ?
- नागार्जुन
- सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'
- तुलसीदास
- सूरदास
उत्तर A : नागार्जुन
12. कवि के अनुसार, फसल क्या है ?
- प्रकृति के सहयोग का फल
- मनुष्य के शारीरिक परिश्रम का फल
- A और B दोनों
- इनमें कोई नहीं।
उत्तर C : A और B दोनों
13. 'कोटि-कोटि हाथों के स्पर्श की गरिमा' से क्या अभिप्राय है ?
- किसानों के शारीरिक परिश्रम द्वारा फसल निर्माण से
- हाथों द्वारा बीजों को मिट्टी में रोपित करने से
- मशीनों के स्थान पर मानव श्रम को ही महत्त्व देने से
- इनमें से सभी
उत्तर A : किसानों के शारीरिक परिश्रम द्वारा फसल निर्माण से
14. 'फसल' कविता के अनुसार बताएँ कि फसल किसका बदला हुआ रूप है ?
- नदियों के पानी का
- सूरज की किरणों का
- भूरी-काली मिट्टी का
- इनमें से सभी
उत्तर B : सूरज की किरणों का
15. 'हाथों के स्पर्श की महिमा' पंक्ति में निहित भाव है ?
- हाथों के स्पर्श मात्र से ही फसल निर्मित होती है।
- किसानों के हाथों का पसीना फसल उत्पादन के लिए आवश्यक है।
- फसल सामूहिक परिश्रम का फल है।
- इनमें से सभी।
उत्तर C : फसल सामूहिक परिश्रम का फल है।
16. फसलों में किसकी मेहनत छिपी है ?
- बच्चों की
- कवि की
- किसानों की
- मिट्टी की
उत्तर C : किसानों की
17. कवि ने फसल को किसके स्पर्श की महिमा बताया है ?
- पानी
- सूरज
- हाथ
- मिट्टी
उत्तर C : हाथ
18. फसल को थिरकना कौन सिखाता है ?
- हाथ
- पानी
- सूरज
- हवा
उत्तर D : हवा
19. फसल वस्तुतः किसके सहयोग का परिणाम है ?
- प्रकृति और नदी के
- प्रकृति और मनुष्य के
- नदी और सूरज के
- मनुष्य और मिट्टी के
उत्तर B : प्रकृति और मनुष्य के
20. 'फसल कविता में कवि ने पाठकों को किस विषय से अवगत कराया है ?
- शारीरिक परिश्रम से
- प्राकृतिक उपादानों से
- वायु शुद्धता से
- फसल निर्माण से
उत्तर D : फसल निर्माण से
21. बच्चे की मुस्कान और एक बड़े व्यक्ति की मुस्कान में क्या अंतर है ? [V.V.I]
उत्तर : बच्चे की मुस्कान में किसी प्रकार की कोई छल कपट नजर नहीं आती है, किसी से बिना भेद किए हुए ही अपनी मोहक मुस्कान की छवि बिखेर देते हैं जबकि बड़े व्यक्ति के मुस्कान में एक शक रहता है, उसमें ईर्ष्या और द्वेष स्पष्ट नजर आता हैं।
22. बच्चे की दंतुरित मुस्कान का कवि के मन पर क्या प्रभाव पड़ता है ? [V.V.I]
उत्तर : बच्चे की दंतुरित मुस्कान का कवि के मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उसे जीवन के प्रति नई आस जगने लगती, उसे जीवन की संजीवनी बूटी मिल जाती है और जिजीविषा से भर जाते हैं।
23. कवि नागार्जुन ने बच्चे की मुस्कान के सौंदर्य को किन-किन बिंबों के माध्यम से व्यक्त किया है ?
उत्तर : कवि ने बच्चे की मुस्कान के सौंदर्य को निम्नलिखित बिंबों के माध्यम से व्यक्त किया है :-
- झोपड़ी में कमल खिल गया है।
- चट्टान पिघल कर पानी बन जाता है।
- बबूल के पेड़ से शेफालिका के फूल झड़ने लग गए हैं।
24. कवि के अनुसार फसल क्या है ?
उत्तर : कवि के अनुसार फसलें पानी, मिट्टी, धूप, हवा और मानव-श्रम के मेल से बनी हैं। इनमें सभी नदियों के पानी का जादू समाया हुआ है। सभी प्रकार की मिट्टियों का गुण-धर्म निहित है। सूरज और हवा का प्रभाव समाया हुआ है। इन सबके साथ किसानों और मजदूरों का श्रम भी सम्मिलित है।
25. फसल को 'हाथों के स्पर्श की 'गरिमा' और 'महिमा' कहकर कवि क्या व्यक्त करना चाहता है ?
उत्तर : कवि, फसल को 'हाथों के स्पर्श की गरिमा' और 'महिमा' कहकर यह बताना चाहता है कि किसानों के कठिन परिश्रम और मेहनत से ही फसलें तैयार होती हैं । कविता के ज़रिए, कवि यह संदेश देना चाहता है कि किसानों के हाथों की मेहनत और उनके स्पर्श से ही फसल की गरिमा और महिमा बढ़ती है।
26. कविता में फसल उपजाने के लिए आवश्यक तत्वों की बात कही गई है। वे आवश्यक तत्व कौन-से हैं ?
उत्तर : फसल उपजाने के लिए किसान की मेहनत के अतिरिक्त आवश्यक तत्त्व नदियों का जल, उपजाऊ मिटटी, हवा. सूर्य का प्रकाश है।
27. मधुपर्क क्या होता है ?
उत्तर : मधुपर्क अर्थात् दही, घी, शहद, जल और दूध का योग जो देवता और अतिथि के सामने रखा जाता है। आम लोग इसे पंचामृत कहते हैं, कविता में इसका प्रयोग बच्चे को जीवन देने वाला आत्मीयता की मिठास से युक्त माँ के प्यार के रूप में हुआ है।
28. बच्चा कवि से पहली ही बार में परिचित क्यों नहीं हो सका ?
उत्तर : कवि अक्सर घर परिवार से बाहर ही रहा करता था। वह कई दिनों के बाद अथवा कई महीनों के बाद घर आता था, इसलिए पहली बार मिलने के कारण कवि बच्चे के लिए अपरिचित - सा लगता है।
29. कवि ने बच्चे से क्यों आंखें फेर लेने की बात कही ?
उत्तर : कवि और बच्चा जब पहली बार मिलते हैं तो बच्चा कवि को टकटकी लगाकर देखने लगता है। यह क्रम कुछ समय तक चलते रहता है। बच्चे की आंख थक ना जाए इसलिए कवि बच्चे से आंखें फेर लेने की बात कहता है।
हिंदी (क्षितिज) | ||
---|---|---|
CHAPTER 1 : पद | CLICK HERE Avaliable |
|
CHAPTER 2 : राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद | CLICK HERE Avaliable |
|
CHAPTER 3 : आत्मकथ्य | CLICK HERE Avaliable |
|
CHAPTER 4 : उत्साह/अट नहीं रही है | CLICK HERE Avaliable |
|
CHAPTER 5 : यह दन्तुरित मुसकान/फसल | CLICK HERE Avaliable |
|
CHAPTER 6 : संगतकार | CLICK HERE Avaliable |
|
CHAPTER 7 : नेताजी का चश्मा | CLICK HERE Avaliable |
|
CHAPTER 8 : बालगोबिन भगत | CLICK HERE Avaliable |
|
CHAPTER 9 : लखनवी अंदाज | CLICK HERE Avaliable |
|
CHAPTER 10 : एक कहानी यह भी | CLICK HERE Avaliable |
|
CHAPTER 11 : नौबतखाने में इबादत | CLICK HERE Avaliable |
|
CHAPTER 12 : संस्कृति | CLICK HERE Not Avaliable |
Join the conversation